IAS से भिड़ गए भाजपा पार्षद:मीनल बोलीं- स्वच्छता दीदी से यूथ कांग्रेस का प्रचार कराया जा रहा, आयुक्त बोले- जांच करवाता हूं

रायपुर नगर निगम के दफ्तर में शुक्रवार को बवाल हो गया। भाजपा के पार्षदों का दल, निगम के आयुक्त प्रभात मलिक (IAS) के कमरे में जा घुसा। भाजपा पार्षदों ने कहा कि नगर निगम का कांग्रेसी करण किया जा रहा है। यहां काम करने वाले लोगों को कांग्रेस के प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, पार्षद मृत्युंजय दुबे समेत तमाम पार्षद इसी बात को लेकर हंगामा करने लगे।
मीनल चौबे ने बताया कि नगर निगम में अस्थाई तौर पर काम करने वाली स्वच्छता दीदियों का कांग्रेस सियासी इस्तेमाल कर रही है। इन महिलाओं का काम होता है, गीला कचरा-सूखा कचरा के बारे में लोगों को बताना, यूजर चार्ज वसूली में मदद करना, मास्क की जांच चौराहों पर करना। मगर इन महिलाओं को यूथ कांग्रेस के प्रचार और सदस्यों को जोड़ने के काम में लगाया गया है।
मीनल चौबे ने कहा कि इसी बात को लेकर हमने निगम के आयुक्त से मुलाकात की है। इस पर आयुक्त प्रभात मलिक ने कहा कि भाजपा पार्षदों की आपत्ति आई है, हम इसकी जांच करवाएंगे, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भाजपा पार्षदों ने ये भी आरोप लगाए कि निगम के आयुक्त को अगर ये बात पता ही नहीं है तो ये हैरानी का विषय है। और अगर पता है तो कांग्रेस के लिए नहीं उन्हें जनता के लिए काम करने को यहां जिम्मेदारी दी गई है।
नगर निगम के सभी 70 वार्डों में 180 महिलाओं को अस्थाई तौर पर काम पर रखा है। निगम के कमिश्नर के जरिए ही इन महिलाओं को भुगतान किया जाता है। अब 24 घंटे अल्टीमेटम देकर भाजपा पार्षद लौटे हैं, अगर स्वच्छता दीदी महिलाओं को उनके मूल काम पर नहीं लौटाया गया तो निगम कमिश्नर के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
महापौर एजाज ढेबर ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए इसे निराधार बताया। महापौर ने कहा, “ऐसा कोई भी प्रचार प्रसार नहीं किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के पार्षद अपनी विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं, वे रायपुर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की बात नहीं करते सिर्फ काम के बीच में ब्रेक लगाने का कार्य करते हैं।