कोरबा सांसद ने कहा- शादी और छुट्टियों के समय 22 ट्रेनें रद्द करना बिल्कुल उचित नहीं

रायपुर, शादी और गर्मी की छुट्टी मनाने के समय में एक साथ 22 ट्रेनें रद्द करने पर कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने नाराजगी जताई है। साथ ही, रेलवे के इस फैसले पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
छत्तीसगढ़ के सबसे तेज और विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट NPG.NEWS ने आज 22 ट्रेनों को रद्द करने का मामला प्रमुखता के साथ उठाया था।
कोरबा सांसद ने कहा है कि रेलवे प्रबंधन लंबे समय से ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों की तकलीफें बढ़ाने का काम कर रहा है। पहले भी कोरोना काल की बात कहकर रेलवे ने अनेक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित किया है, जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ कोरबा संसदीय क्षेत्र की ट्रेनें भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद भी ट्रेनों का परिचालन सुचारू नहीं किया जा सका है और अब लोगों को तकलीफ में डालने का काम कर छत्तीसगढ़ से चलने वाली करीब 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। सांसद ने कहा है कि जब उन्होंने स्वयं और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल सहित अनेक जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी इस विषय में रेलवे के शीर्ष प्रबंधन को पत्र लिखकर और चर्चा कर यात्री ट्रेनों का परिचालन बहाल करने की लगातार बात रखी है, तब उस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाना जनप्रतिनिधियों व लोगों के हितों की सरासर अवहेलना ही है। रेलवे प्रबंधन जनता के धैर्य की परीक्षा ले रहा है। सांसद ने कहा है कि अभी जबकि शादी-विवाह सहित छुट्टियों का मौसम है और लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए रेलवे सुगम माध्यम है, तब एक साथ 22 ट्रेनों को रद्द करना किसी भी सूरत में कदापि उचित नहीं है।