छत्तीसगढ़
अक्ति के दिन रतनपुर की मां महामाया मंदिर में 81 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में, वैदिक मंत्रोच्चार के बीच लिए फेरे…

कोटा। अक्षत तृतीया के शुभ अवसर पर कोटा के रतनपुर माँ महामाया मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 81 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में, हर वर्ष की तरह रतनपुर के महामाया मंदिर परिसर में आज 3 मई को निःशुल्क सामूहिक विवाह का पुनीत एवं लोक कल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस पुनीत एवं लोक कल्याणकारी कार्य मे विवाह योग्य युवक एवं युवतियों के 81 जोड़ों ने मंदिर कार्यालय में पहुँचकर अपना पंजीयन कराया था। जिसकी पात्रता की जांच ट्रस्ट के विधिक विभाग सहित महिला बाल विकास विभाग द्वारा बड़ी बारीकी से की गई थी। मंदिर के प्रबंधक ने बताया कि माँ महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा प्रतिवर्ष अक्षय तृतिया को सामुहिक विवाह का आयोजन किया जाता है।
मंदिर प्रबंधन की ओर से सामुहिक विवाह में भाग लेने वाले वर वधू को वैवाहिक परिधान कुर्ता पजामा, दुपट्टा, कटार, पगड़ी, साड़ी-ब्लाउज, चुनरी मौरी माला एवं उपहार स्वरूप आभूषण जिसमें सोने की लौंग चांदी का पायल बिछिया झुमका एवं मंगलसुत्र लाकेट एवं पचहर बर्तन व श्रृंगार से भरी पेटी उपहार स्वरूप दिये गए। साथ ही इस दौरान मंदिर परिसर में दूल्हा-दुल्हन सहित उनके परिजनों के लिए आवास के साथ भोजन की भी निःशुल्क व्यवस्था माँ महामाया देवी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा की गई।