संकरी पुलिया पर खतरा, शॉर्ट कट होने से लोग यहीं से करते हैं यात्रा

बरभाठा पहुंच मार्ग में बागान नाला में संकरा पुलिया के नहीं बनने की वजह से बरसात के दिनों में आवागमन हेतु लोगों को लंबी दूरी तय कर अपने गंतव्य स्थानों में पहुंचने की होगी। पुल निर्माण के लिए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों आम जनताओं द्वारा चक्का जाम भी किया जा चुका है, इसके बाद भी अधिकारियों द्वारा तथा क्षेत्रीय विधायक द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने के कारण पुल का निर्माण नहीं हो पा रहा है।
शार्ट कट मार्ग होने के कारण प्रतिदिन इस संकरे पुल से सैकड़ों की तादाद में दो पहिया, चार पहिया वाहन चालकों द्वारा डभरा, मालखरौदा व हसौद इन सभी प्रमुख स्थानों पर आवागमन होता है। जैसे ही बरसात का पानी इस नाले में आता है तो कम ऊंचाई की वजह से ऊपर से पानी हमेशा बहता रहता है वही पुल के आमने सामने कच्ची तथा मुरूम से मरम्मत हर साल की जाती है जो बरसात के पानी में बह जाता है और ऐसे में आवागमन 2 से 3 महीने के लिए बाधित रहता है इस वजह से 5 से 10 किलोमीटर अधिक दूरी तय कर मार्ग पहुंचा जा सकता है।
बरसात में इन गांवों के लोगों को होती है परेशानी
बरसात का आगमन होने वाला है और ऐसे में फिर आवागमन बाधित होगा। ताज्जुब की बात तो यह है कि इस संकरा नुमा पुलिया से पारकर ग्राम कुर्दी ,नवापारा, बरभांठा, तेंदुमुड़ी सहित कई गांव से स्कूली बच्चे छपोरा हायर सेकंडरी स्कूल पढ़ने आते हैं।
बरभाठा के सरपंच धरमलाल चंद्रा ने बताया कि इस संकरा, जर्जर व कम ऊंचाई वाले पुल का नया निर्माण कराने के साथ ही मरम्मत करवाने के लिए ग्राम घोघरी के पुल पास अंचल के सरपंचों ,जनपद सदस्य एवं आम नागरिकों द्वारा 1 दिसंबर 2021 को चक्का जाम भी किया गया था। तब जनपद के सीईओ एसएस पोयाम द्वारा आर ई एस के इंजीनियर श्री जांगड़े को लेकर इस जर्जर पुलिया का निर्माण कराने नाप कराई गई थी। 2 माह के भीतर पुल का मरम्मत करवाने आश्वासन भी दिया गया था किंतु आज तक इस पुल की कुछ भी कार्य नहीं हो सका है।