सीईओ की कुर्सी खाली:काम कराने के बाद भुगतान के लिए भटक रहे सरपंच

पामगढ़: लगभग पिछले दो माह से जनपद कार्यालय सीईओ के बगैर संचालित हो रहा है। यहां पदस्थ सीईओ लक्ष्मीकांत कौशिक अस्वस्थ हैं। वे अस्पताल में भर्ती हैं, उनका इलाज चल रहा है। इधर सरपंचों ने विभिन्न निर्माण कार्य करा लिए हैं, लेकिन नियमित अधिकारी नहीं होने के कारण उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ पा रही है। काम करने के बाद भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। अकलतरा के सीईओ को अतिरिक्त प्रभार तो दिया गया है, लेकिन उन्हें अभी तक वित्त का प्रभार नहीं मिल पाया है, यदि मिल भी जाए तो डीएससी में कम से कम पंद्रह से महीना भर का समय लगेगा तब तक सरपंचों को परेशान होना पड़ेगा।
जनपद पंचायत पामगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 62 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को इन दिनों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। करीब ढ़ाई माह से मनरेगा कर्मियों की हड़ताल के बाद वैकल्पिक व्यवस्था बनाते हुए सचिव, आरईएस के अधिकारी व अन्य लोगों को जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन वे भी काम नहीं कर पा रहे है, सरपंचों ने मनरेगा से स्वीकृत कार्यों का निर्माण तो करा लिया, लेकिन इंजीनियर व एसडीओ ने मूल्यांकन, सत्यापन नहीं कराने के कारण उन्हें भुगतान नहीं हो पा रहा है, वहीं जनपद के सीईओ की भी तबीयत ठीक नहीं होने से वे इन दिनों इलाज करा रहे हैं। उनकी जगह में अकलतरा के सीईओ सत्यव्रत तिवारी को अतिरिक्त प्रभार दिया है, किंतु वित्त का प्रभार नहीं मिलने के कारण वे भी हस्ताक्षर नहीं कर सकते हैं। पामगढ़ के सरपंच संघ के पूर्व अध्यक्ष व सरपंच अश्वनी कुर्रे ने बताया कि क्षेत्र के सरपंचों को इन दिनों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।