GM के बंगले में फिर निकला कोबरा, हलक पर अटकी सांसें

कोरबा। एनटीपीसी स्थित जी. एम बांग्ला में 1 बार फिर से विषैला कोबरा घुस गया, जिसके बाद घर के सदस्यों में उथल पुथल मचने लगी, जिसके बाद वहां उपस्थित ए.के सिंह और संजय सिंह ने कॉल कर सर्पमित्र अविनाश यादव को जानकारी दी.
स्नैक कैचर अविनाश यादव को रात में कॉल आने के बाद उन्होंने एनटीपीसी में निवासरत अपने टीम के सदस्य रघुराज और शंकर को उस स्थान पर भेजा, जिसके बाद वन विभाग के निर्देश पर सर्पमित्रों ने जद्दोजहद के बाद जहरीले कोबरा सांप का रेस्क्यू किया.
वासु नामक व्यक्ति ने बताया कि यहां आय दिन सांप निकलते रहते हैं, ऐसा फन फैलाने वाला जहरीला सांप आज तीसरे बार जी.एम बांग्ला में निकला है. सर्पमित्रों के रेस्क्यू के दौरान वहां उपस्थित सभी लोगों ने राहत की सांस ली. अविनाश यादव व उसके टीम को बहोत बहोत धन्यवाद दिया.
वहीं कोरबा में एक जगह अजगर के गले में प्लास्टिक का फंदा फंस गया. कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत प्रेम नगर निवासी भाई लाल मौर्या के घर पर आज गुरुवार की शाम एक विशालकाय अजगर घुस आया,जिसे देख के घर वाले बेहद डर और सहम गए. सभी घर से बाहर भाग खड़े हुए.
अजगर घर में घुसने की सूचना स्नैक कैचर जितेंद्र सारथी को दी गई. अन्य स्थानों पर रेस्क्यू कर रहे जितेंद्र सारथी सूचना मिलते ही प्रेमनगर के लिए रवाना हुए. कुसमुंडा मुख्य मार्ग के गड्ढों से जूझते हुए जितेंद्र सारथी अपने टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घर के अंदर घुसे अजगर का रेस्क्यू किया.
रेस्क्यू के दौरान जितेंद्र सारथी ने देखा कि अजगर के गले में प्लास्टिक का फंदा जैसा कुछ फंसा हुआ है.अजगर को पकड़कर पास से देखा तो यह अंदाजा लगाया गया कि अजगर किसी गोलाकार पाइप में घुसकर बाहर निकल रहा होगा, तब उस पाइप में बंधा प्लास्टिक का बेंड अजगर के शरीर मे फंस गया, जिस वजह से अजगर के जान पर बन आई.
इस फंदे की वजह से अजगर ठीक से भोजन भी नही निगल पा रहा होगा, जिस वजह से वह काफी कमजोर भी हो गया है, जितेंद्र सारथी ने बिना देर किए कैंची की सहायता से उस फंदे को काटा और अजगर को एक साफ बोरे में भरकर जंगल में छोड़ने रवाना हुए.