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छत्तीसगढ़

CG में 40% कांग्रेस विधायकों का प्रदर्शन खराब:CM भूपेश बोले-अभी समय, स्थिति में सुधार कर सकते हैं; समन्वय समिति ने जताई है चिंता

चुनाव से डेढ़ साल पहले कांग्रेस ने विधायकों को लेकर एक सर्वे कराया है। इसमें 40% से अधिक विधायकों की रिपोर्ट खराब बताई जा रही है। इस शुरुआती फीडबैक ने संगठन की चिंता बढ़ा दी है। समन्वय समिति की शनिवार रात हुई बैठक में विधायकों की परफार्मेंस रिपोर्ट पर चर्चा हुई है। बताया जा रहा है, बैठक के दौरान विधायकों को सक्रियता बढ़ाने की हिदायत दी गई है। संगठन को सरकार से समन्वय कर काम करने को कहा गया।

इधर,अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है। रविवार को प्रेस से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, पार्टी ने सभी विधायकों के कामकाज का सर्वे कराया है। आत्मावलोकन की आवश्यकता है। अभी समय है अपनी स्थिति में सुधार कर सकते हैं। वे अपने कार्य व्यवहार के माध्यम से अपनी स्थिति बदल भी सकते हैं।

छत्तीसगढ़ में सरकार और संगठन में तालमेल को लेकर बनाई गई कांग्रेस के प्रदेश समन्वय समिति की बैठक शनिवार को हुई। इसमें पार्टी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए थे।

पार्टी सूत्रों ने बताया, बैठक के दौरान विधायकों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट पर बात हुई है। बताया जा रहा है, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस रिपोर्ट के हवाले से कहा कि सरकार में रहते हुए भी कई विधायक संगठन की ओर से सौंपे काम नहीं कर रहे हैं। क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं को लेकर भी कुछ विधायकों पर सवाल उठे। सदस्यता अभियान के दौरान भी विधायकों ने रुचि नहीं ली। सबसे अलार्मिंग स्थिति बस्तर और सरगुजा क्षेत्र के विधायकों की बताई गई। बताया जा रहा है, पीएल पुनिया ने साफ शब्दों में कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए विधायकों को सक्रियता बढ़ानी हाेगी। उन्होंने संगठन को भी सरकार से समन्वय कर पार्टी और सरकार के कार्यक्रमाें को लोगों के बीच ले जाने की हिदायत दी है।

निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने की बात

इससे पहले हुई कांग्रेस के मोर्चा-प्रकोष्ठों की समीक्षा के दौरान निष्क्रिय पदाधिकारियों का मामला सामने आया। जिला अध्यक्षों के प्रदर्शन की भी एक-एक कर समीक्षा हुई। इस दौरान कई संगठनों के पदाधिकारियों के काम नहीं करने की बात आई। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने संगठन की समीक्षा कर ऐसे निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए। कहा गया, सभी को बूथ स्तर पर कार्यक्रम बनाने होंगे।

महिला और किसान कांग्रेस पर फोकस

समीक्षा के दौरान महिला कांग्रेस की रिपोर्ट बहुत संतोषजनक नहीं बताई गई। उन्हें महंगाई के खिलाफ आंदोलन करने के निर्देश हुए। कहा गया, महिला संबंधी मुद्दों को लेकर संगठन लोगों के बीच जाए। किसान कांग्रेस को भी गोठानों की गतिविधियों और योजनाओं की निगरानी का निर्देश दिया है। संस्कृति प्रकोष्ठ को मई महीने में कलाकारों का एक सम्मेलन सम्मान समारोह आयोजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।

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